श्री देवनारायण भगवान की आरती
ॐ जय श्री देव प्रभो, स्वामी जय श्री देव प्रभो ।
सुत माता साडु के आनंद कंद विभो ।।
ॐ जय श्री देव प्रभो...।।
कमल पुष्प अवतारी नाथ दयाधारी ।
गुर्जर वंश उद्धारक, विपद हरो सारी ।।
ॐ जय श्री देव प्रभो...।।
दे वरदान बुद्धि सत्सगति, मानव गुण देवा ।
तन मन धन अर्पण है, करु चरण सेवा ।।
ॐ जय श्री देव प्रभो...।।
कलयुग पाप विनाशक, सच्चे सुख राशि ।
मन मंदिर में पूजू घट घट के वासी ।।
ॐ जय श्री देव प्रभो...।।
शनिवार अति पावन, आज दिवस सो है ।
मंगल मूरती अति मन भावन, जन जन को मोहे ।।
ॐ जय श्री देव प्रभो...।।
विघ्न विनाशक मंगल कर्ता, संतन सुखदाई ।
भक्तन के प्रति पालक, त्रिभुवन यश छाई ।।
ॐ जय श्री देव प्रभो...।।
श्री देवनारायण जी की आरती, जो कोई नर गावै ।
कष्ट मिटत तन मन का, मनवांछित फल पावै ।।
ॐ जय श्री देव प्रभो...।।
ॐ जय श्री देव प्रभो, स्वामी जय श्री देव प्रभो ।
सुत माता साडु के आनंद कंद विभो ।।
ॐ जय श्री देव प्रभो...।।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें