बोल महाकाली मैय्या की, जय
अरे काला काला सब कहे और काला सब से आला है,
काली पुतली, काला सुरमा, आंख में रहने बाला है,
अरे एक काले पे प्रथ्वी रखी,
एक चक्र सुदर्शन वाला है,
और एक चलाते तीर कमान,
एक जपते हरदम माला है,
और इन कालो से नेह लगा लो,
अरे इनका खेल निराला है,
ए काली मैय्या तुम्हें मनाए,
क्योंकि तेरा रंग भी काला है,
ए कालिका चली,
बोल महाकाली माई की,
बोल कंकाली माई की,
हे कालिका चली, कालिका चली,
हे कालिका चली, कालिका चली,
माई चली अमावस रात, मात कालिका चली,
कालिका चली रे, कालिका चली,
हे माई चली अमावस रात, मात कालिका चली,
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लाल लाल नैना रत्नारे,
दमक रहे जैसे अंगारे,
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दमक रहे जैसे अंगारे,
लटे रही बिखराते के चली,
लटे रही बिखराके चली,
माई चली अमावस रात, मात कालिका चली,
काली घटा छाई अंधियारी,
मच गई रण में हा हा कारी,
काली घटा छाई अंधियारी,
मच गई रण में हा हा कारी,
रण में खड़ग चमकाते चली,
रण में खड़ग चमकाते चली,
माई चली अमावस रात, मात कालिका चली,
64 जोगन संग लए मां,
काट हाथ में मुंड लए मां,
64 जोगन संग लए मां,
काट हाथ में मुंड लए मां,
अरे रण में धूम मचाते चली,
रण में धूम मचाते चली,
माई चली अमावस रात, मात कालिका चली,
देवी देव बैचेन भय है,
चरणों में भोला लेट गए है,
देवी देव बैचेन भय है,
चरणों में भोला लेट गए है,
अरे खुब कृपा बरसाते चली,
खुब कृपा बरसाते चली,
माई चली अमावस रात, मात कालिका चली,
कालिका चली, कालिका चली,
कालिका चली, कालिका चली,
माई चली अमावस रात, मात कालिका चली,
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